Skip to main content

www.sarkarilover.info provides authentic, simple, and up-to-date government news, exam updates, results, and career guidance for all.

9092134973800212552

Name Of Post : 2025 का नया संपत्ति कानून: बेटियों को पिता की जमीन में बराबर हक

2025 का नया संपत्ति कानून: बेटियों को पिता की जमीन में बराबर हक

 

बेटियों के लिए नया संपत्ति कानून – 2025

  1. बेटियों को बराबर का हक

    • अब बेटियों को पिता की पैतृक (ancestral) जमीन, घर, खेती या अन्य संपत्ति में बराबर का हिस्सा मिलेगा।

    • यह हक बेटी की शादी से पहले और शादी के बाद दोनों समय लागू होता है।

    • सुप्रीम कोर्ट के 2025 के फैसले के अनुसार: “Once a daughter, always a daughter” – यानी बेटी हमेशा पिता की संपत्ति की वारिस रहेगी।

  1. कानून का आधार

    • यह नियम Hindu Succession Act, 1956 में 2005 के संशोधन पर आधारित है।

    • बेटा और बेटी दोनों को Co-parcener माना जाता है, यानी जन्म से ही पैतृक संपत्ति में बराबर हकदार।

    • अब पिता अपनी पैतृक संपत्ति केवल एक बेटे के नाम नहीं कर सकता।

  2. संपत्ति के प्रकार

    • पैतृक संपत्ति (Ancestral Property): परिवार में कई पीढ़ियों से चली आ रही संपत्ति। इसमें सभी वारिस बराबर हिस्सेदार होते हैं।

    • स्व-अर्जित संपत्ति (Self-Acquired Property): व्यक्ति ने अपनी मेहनत से कमाई या खरीदी।

      • इस पर पिता वसीयत (Will) के जरिए किसी एक को दे सकते हैं।

      • वसीयत नहीं बनाई गई तो स्व-अर्जित संपत्ति भी सभी बच्चों में बराबर बंटी

  3. वसीयत का महत्व

    • अगर पिता चाहते हैं कि उनकी संपत्ति केवल किसी एक बच्चे को मिले, तो कानूनी वसीयत बनानी होगी।

    • बिना वसीयत के सभी बच्चों को बराबर हिस्सा मिलेगा।

  4. शादीशुदा बेटियों का हक

    • बेटी की शादी संपत्ति के अधिकार को प्रभावित नहीं करती।

    • अब बेटियों को अपने हक़ के लिए अलग से कानूनी कार्रवाई की जरूरत नहीं।

  5. विवाद निपटान

    • संपत्ति विवादों को ऑनलाइन और डिजिटल माध्यम से तेजी से सुलझाने की व्यवस्था।

    • राज्य सरकारें “e-Court” जैसी प्रणाली से मामले ऑनलाइन निपटा रही हैं।


निष्कर्ष

2025 का नया कानून बेटियों को बराबरी और सम्मान देता है।

  • पिता अपनी पैतृक संपत्ति केवल बेटे को नहीं दे सकते।

  • बेटी चाहे विवाहित हो या अविवाहित, उसे बराबर अधिकार मिलेगा।

  • यह कानून परिवारों में न्याय और समानता बढ़ाएगा।

ठीक है! यहाँ 2025 के नए संपत्ति कानून को आसान चार्ट/टेबल में समझाया गया है:

बिंदुविवरण
कौन है हकदारबेटा और बेटी दोनों बराबर हिस्सेदार (Co-parcener)।
पैतृक संपत्ति (Ancestral Property)परिवार में कई पीढ़ियों से चली आ रही संपत्ति। बेटा और बेटी दोनों को जन्म से बराबर हक।
स्व-अर्जित संपत्ति (Self-Acquired Property)पिता ने अपनी मेहनत से खरीदी। वसीयत के बिना, सभी बच्चों में बराबर बंटी। वसीयत होने पर पिता जिसे चाहें दे सकते हैं।
शादीशुदा बेटियों का हकबेटी की शादी संपत्ति के अधिकार को प्रभावित नहीं करती। “Once a daughter, always a daughter” लागू।
वसीयत (Will)यदि कोई पिता केवल एक बच्चे को संपत्ति देना चाहता है तो कानूनी वसीयत जरूरी।
विवाद निपटानडिजिटल माध्यम से ऑनलाइन (e-Court) विवाद सुलझाने की सुविधा।
महत्वबेटियों को बराबरी और सम्मान। पिता अब केवल बेटे को संपत्ति नहीं दे सकते