Name Of Post : लाडो लक्ष्मी योजना में बड़ा बदलाव: राहत की जगह निराशा, घटा मासिक भुगतान
लाडो लक्ष्मी योजना में बड़ा बदलाव: राहत की जगह निराशा, घटा मासिक भुगतान
Lado Lakshmi Yojana Latest Update: अब महिलाओं को हर महीने ₹2100 की जगह सिर्फ ₹1100 मिलेंगे, जानिए पूरा अपडेट
हरियाणा सरकार द्वारा महिलाओं की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के उद्देश्य से शुरू की गई दीनदयाल लाडो लक्ष्मी योजना से जुड़ा एक बड़ा अपडेट सामने आया है। शुरुआत में सरकार ने आश्वासन दिया था कि इस योजना के अंतर्गत पात्र महिलाओं को हर महीने ₹2100 की वित्तीय सहायता दी जाएगी। लेकिन अब इस राशि में बदलाव की खबर ने लाभार्थी महिलाओं में चिंता बढ़ा दी है।
आइए जानते हैं पूरी जानकारी विस्तार से—
क्या है दीनदयाल लाडो लक्ष्मी योजना?
यह योजना हरियाणा सरकार की ओर से महिलाओं के सशक्तिकरण और आर्थिक सुरक्षा के लिए चलाई गई एक विशेष योजना है।
योजना की मुख्य बातें:
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योजना 1 नवंबर 2025 से लागू की जाएगी।
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पात्र महिलाओं के बैंक खातों में शुरू में ₹2100 प्रति माह भेजने का प्रावधान था।
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इस योजना के लिए सरकार ने बजट में ₹5000 करोड़ का प्रावधान भी रखा है।
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योजना का उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाना और सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना है।
कौन कर सकता है योजना का लाभ? (योग्यता)
लाडो लक्ष्मी योजना से लाभ प्राप्त करने के लिए निम्न शर्तें तय की गई हैं:
| पात्रता | विवरण |
|---|---|
| लाभार्थी | हरियाणा की महिलाएँ |
| आय सीमा | परिवार की वार्षिक आय ₹1 लाख से कम |
| बैंक खाता | आधार व बैंक खाता लिंक होना अनिवार्य |
क्या बदला है योजना में? क्यों कट गई राशि?
हाल ही में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री कृष्ण कुमार बेदी ने बड़ा अपडेट देते हुए बताया कि अब महिलाओं को हर महीने पूरा ₹2100 कैश में नहीं मिलेगा।
नया प्रावधान:
| राशि का प्रकार | मासिक वितरण |
|---|---|
| खाते में मिलने वाली राशि | ₹1100 |
| सेविंग खाते में जमा | ₹1000 |
| कुल राशि | ₹2100 |
सरकार अब हर महीने ₹1000 को एक सेविंग स्कीम के रूप में जमा करेगी, जिसे साल के अंत में एकमुश्त राशि के रूप में महिलाओं को लौटाया जाएगा।
मंत्री का बयान
मंत्री बेदी ने स्पष्ट करते हुए कहा:
“₹1100 हर महीने लाभार्थी के खाते में आएगा और बाकी ₹1000 सेविंग में जाएगा।
साल पूरा होने पर यह रकम एक मुश्त भुगतान के रूप में दी जाएगी जिससे महिलाओं को बड़ी रकम मिल सकेगी और वह इसका उपयोग पढ़ाई, घर खर्च या जरूरी जरूरतों में कर सकें।”
लोगों में बढ़ी नाराज़गी और प्रश्न
योजना की शुरुआत ₹2100 मासिक नकद सहायता के वादे के साथ हुई थी, जिस पर कई महिलाओं ने भरोसा किया था।
अब राशि विभाजित होने से कुछ महिलाएँ नाराज़ हैं, क्योंकि:
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दैनिक खर्च के लिए मिलने वाली नकद राशि कम हो जाएगी
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सेविंग राशि तत्काल उपलब्ध नहीं रहेगी
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पहले किए गए वादे से अलग व्यवस्था की गई है
हालांकि सरकार का कहना है कि यह निर्णय भविष्य की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
निष्कर्ष
दीनदयाल लाडो लक्ष्मी योजना महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए अहम कदम है, लेकिन राशि के वितरण में किए गए बदलाव ने लाभार्थियों के बीच सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना होगा कि सालाना सेविंग का यह मॉडल कितना प्रभावी साबित होता है और क्या यह वास्तव में महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने में मदद करेगा।
