Name Of Post : PM किसान योजना 21वीं किस्त अपडेट: कृषि मंत्री ने कहा– नुकसान की पूरी होगी भरपाई
PM किसान योजना 21वीं किस्त अपडेट: कृषि मंत्री ने कहा– नुकसान की पूरी होगी भरपाई
PM Kisan Yojana: किस्त जारी होने से पहले कृषि मंत्री का बड़ा भरोसा, किसानों को मिलेगी एक-एक पाई की भरपाई
बिजनेस डेस्क। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN) योजना की 21वीं किस्त का इंतजार देशभर के करोड़ों किसान कर रहे हैं। इस बीच केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों को बड़ी राहत देने वाला बयान दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों का किसी भी तरह का नुकसान नहीं होने देगी और प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत “एक-एक पाई की भरपाई” सुनिश्चित की जाएगी।
फसल नुकसान की पूरी भरपाई होगी
महाराष्ट्र के बीड़ जिले में ‘वंदे मातरम्’ के 150 वर्ष पूरे होने पर आयोजित कार्यक्रम में कृषि मंत्री ने कहा कि किसान देश की रीढ़ हैं और उनकी सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने साफ कहा:
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फसल बीमा योजना के तहत किसान को पूरा हक मिलेगा
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किसी प्रकार की कटौती नहीं की जाएगी
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किसानों को निराश नहीं किया जाएगा
उनके इस भरोसे ने किसानों में आगामी किस्त को लेकर उम्मीदें और बढ़ा दी हैं।
कब आएगी PM Kisan की 21वीं किस्त?
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की पिछली यानी 20वीं किस्त 2 अगस्त 2025 को जारी हुई थी। इसमें करीब 20,500 करोड़ रुपये 9.7 करोड़ किसानों के खातों में ट्रांसफर किए गए थे।
अब 21वीं किस्त का इंतजार बढ़ता जा रहा है। सूत्रों के अनुसार:
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21वीं किस्त बिहार विधानसभा चुनाव के बाद जारी हो सकती है
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पिछले साल 18वीं किस्त 5 अक्टूबर 2024 को आई थी
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हालांकि, केन्द्र सरकार ने अभी आधिकारिक तारीख की घोषणा नहीं की है
किसानों की नजर अब केंद्र सरकार की घोषणा पर टिकी हुई है।
ई-केवाईसी और रजिस्ट्रेशन अनिवार्य
सरकार ने स्पष्ट किया है कि किस्त केवल उन्हीं किसानों को मिलेगी जिन्होंने:
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ई-केवाईसी पूरी की है
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भूमि रिकॉर्ड का सत्यापन पूरा किया है
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PM-KISAN पोर्टल पर सक्रिय पंजीकरण है
कृषि मंत्री ने किसानों से अपील की है कि वे समय रहते ई-केवाईसी और अन्य जरूरी दस्तावेज अपडेट करा लें ताकि किस्त जारी होने में कोई बाधा न आए।
PM-KISAN Yojana क्या है?
2019 में शुरू हुई इस योजना के तहत:
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हर योग्य किसान को 6,000 रुपये प्रति वर्ष
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तीन किस्तों में 2,000-2,000 रुपये
सीधे डीबीटी के जरिए भेजे जाते हैं।
अब तक करोड़ों किसानों ने इस योजना से लाभ लिया है।
