Name Of Post : कर्मचारियों के लिए बड़ी राहत! नया लेबर लॉ लागू – सैलरी, छुट्टी और वर्किंग ऑवर्स में बड़ा बदलाव
कर्मचारियों के लिए बड़ी राहत! नया लेबर लॉ लागू – सैलरी, छुट्टी और वर्किंग ऑवर्स में बड़ा बदलाव
कर्मचारियों के लिए बड़ी राहत! नया लेबर लॉ पूरे देश में लागू – सैलरी, छुट्टी और वर्किंग ऑवर्स में बड़े बदलाव
सरकार द्वारा श्रम कानूनों को सरल और आधुनिक बनाने के लिए नए लेबर कोड लागू करने की प्रक्रिया लंबे समय से चल रही है। नए नियमों के लागू होने के बाद देशभर के कर्मचारियों की सैलरी, छुट्टी और वर्किंग ऑवर्स में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। इन बदलावों का उद्देश्य कर्मचारियों को अधिक सुरक्षा, बेहतर सुविधा और कंपनियों में पारदर्शिता बढ़ाना है।
नीचे दिए गए बिंदुओं में समझें कौन-कौन से बदलाव आपके लिए लाभकारी हो सकते हैं—
1. बेसिक सैलरी बढ़ेगी – हाथ में कम, PF-ग्रेच्युटी ज्यादा
नए लेबर कोड के तहत कर्मचारी की बेसिक सैलरी कुल CTC का 50% से कम नहीं रखी जा सकती।
इसका मतलब:
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बेसिक बढ़ने पर PF और ग्रेच्युटी की राशि बढ़ेगी
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कंपनी को अतिरिक्त PF योगदान देना होगा
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कर्मचारी की रिटायरमेंट सुरक्षा बढ़ेगी
हालाँकि, बेसिक ज्यादा होने से हाथ में आने वाली सैलरी थोड़ा कम हो सकती है, पर दीर्घकालिक लाभ बहुत अधिक होंगे।
2. 12 घंटे ड्यूटी का विकल्प, लेकिन हफ्ते में 48 घंटे ही
नए लेबर कोड में:
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एक दिन की शिफ्ट 12 घंटे तक की जा सकती है
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लेकिन सप्ताह के कुल काम के घंटे 48 ही रहेंगे
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यानी 3 या 4-day working week का विकल्प खुलता है
कर्मचारी और कंपनी आपसी सहमति से अधिक सुरक्षित कार्य-शेड्यूल बना पाएंगे।
3. सालाना छुट्टियाँ होंगी अधिक
मौजूदा नियमों में कर्मचारियों को अक्सर पर्याप्त छुट्टियाँ नहीं मिलतीं।
नए नियमों में:
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सालभर में मिलने वाली earned leaves बढ़ सकती हैं
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छुट्टी जल्दी अर्जित (accrue) होगी
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अनयूज़्ड छुट्टियों को अगले साल कैरी फॉरवर्ड करने के विकल्प बेहतर होंगे
यह बदलाव निजी क्षेत्र के कर्मचारियों के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है।
4. ओवरटाइम के नियम सख्त – मिलेगा पूरा भुगतान
कई कंपनियाँ ओवरटाइम करवाती हैं लेकिन उसका भुगतान नहीं करतीं।
नए लेबर कोड में:
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15 से 30 घंटे तक ओवरटाइम की सीमा
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ओवरटाइम का भुगतान दोगुना दर पर
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किसी भी तरह की मजबूरी या दबाव पर प्रतिबंध
इससे कर्मचारियों का शोषण कम होगा।
5. महिलाओं के लिए सुरक्षित और लचीला कार्य वातावरण
महिलाओं को प्रोत्साहित और सुरक्षित कार्य स्थलों के लिए नए नियमों में:
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रात की शिफ्ट में काम की अनुमति
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सुरक्षा और ट्रांसपोर्ट देना होगा
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मातृत्व लाभ (maternity benefits) मजबूत होंगे
यह बदलाव कार्यस्थलों पर लैंगिक समानता को बढ़ाएंगे।
6. सामाजिक सुरक्षा लाभ सभी कर्मचारियों तक
पहली बार गैर-औपचारिक क्षेत्र और गिग-वर्कर्स (जैसे ऐप-ड्राइवर्स, डिलीवरी पार्टनर्स) को भी सामाजिक सुरक्षा योजनाओं में शामिल किया जा सकता है:
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PF
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ESIC लाभ
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बीमा
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पेंशन
इससे करोड़ों श्रमिक लाभान्वित होंगे।
क्या सच में होगी “डबल सैलरी”?
सोशल मीडिया पर चल रही “डबल सैलरी” वाली बात भ्रामक है।
असलात यह है कि:
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बेसिक सैलरी बढ़ने से PF/ग्रेच्युटी बढ़ेगी
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हाथ में मिलने वाली सैलरी का स्ट्रक्चर बदलेगा
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पर सैलरी स्वतः दोगुनी नहीं होगी
यह नियम कर्मचारियों के दीर्घकालिक लाभ को बढ़ाते हैं।
निष्कर्ष
नया लेबर लॉ लागू होने पर देश भर के कर्मचारियों को कई सुधार मिल सकते हैं:
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बेहतर सैलरी-स्ट्रक्चर
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अधिक छुट्टियाँ
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पारदर्शी ओवरटाइम
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सुरक्षित कार्य वातावरण
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सामाजिक सुरक्षा के मजबूत लाभ
यह बदलाव भारत के कामकाजी वर्ग के लिए बड़ी राहत साबित हो सकते हैं।
